लक्ष्मण मंदिर, सिरपुर
लक्ष्मण मंदिर (21°25′ अक्षांश उत्तर; 82°10′ देशांतर पूर्व) छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले के अंतर्गत राज्य की राजधानी, रायपुर से 90 कि.मी. की दूरी पर गांव सिरपुर में स्थित है। सिरपुर नाम, प्राचीन श्रीपुर से व्युत्पन्न प्रतीत होता है जो छठी से आठवीं शताब्दी ईसवी के बीच दक्षिण कोशल के शरभपुरीय और पांडुवंशीय शासकों की सत्ता का केंद्र था।
सिरपुर और उसके आसपास मदिरों और विहारों के रूप में मिले पुरातत्व अवशेषों में हिन्दू और बौद्घ, दोनों प्रकार के स्मारक शामिल हैं। इनमें से सर्वाधिक संरक्षित व भव्य लक्ष्मण मंदिर है। पूर्वाभिमुखी इस मंदिर का निर्माण 7वीं शताब्दी ईसवी में महाशिवगुप्त बालार्जुन की माता, वासटा द्वारा करवाया गया था।
भगवान विष्णु को समर्पित, ईंटों से निर्मित यह मंदिर एक विशाल चबूतरे पर खड़ा है जिसमें उत्तर और दक्षिण की ओर से सीढियों द्वारा पहुंचा जा सकता है। इस मंदिर की निर्माण योजना में एक गर्भगृह, अंतराल और एक मण्डप है। यद्यपि यह मण्डप अब भग्न अवस्था मेँ है तथापि यह मूल रूप से पंक्तिबद्ध पाषाण स्तंभों पर आधारित था। इसकी चौखट पर महीनता से उकेरे गए शेषशायी विष्णु के चित्र के साथ-साथ उसके दस अवतारों को भी चित्रित किया है। यह मंदिर प्राचीन भारत के ईंट से बने श्रेष्ठतम मंदिरों में से एक है।